
कोरोना के खिलाफ विश्वयुद्ध लड़ रहे हर देश को वैक्सीन का इंतज़ार है. दुनियाभर में कोरोना से ढ़ाई लाख से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी है वैसे तो कई देशों ने दावा किया हैं कि कोरोना वैक्सीन पर उनका ट्रायल सफल रहा है. वैक्सीन को लेकर अच्छी ख़बर भारत से भी आई है. कोरोना के 4 वैक्सीन पर अंतिम चरण में ट्रायल चल रहा है. भारत में करीब 30 कंपनियां कोरोना की दवा बनाने में लगी हुई हैं।
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस का इलाज खोजने के लिए बनाई टास्क फोर्स के साथ बैठक की है. इस बैठक में उन 30 कंपनियों ने भी हिस्सा लिया जो इस दिशा में काम रही हैं. उन्होंने बताया कि वे Covid-19 वैक्सीन के निर्माण की तैयारी के अंतिम चरण में हैं और ट्रायल के बहुत करीब भी हैं। इन तमाम प्रोग्रेस और उसकी बारीकियों के बारे में देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने समीक्षा ली. इसके विशषज्ञों से उन्होंने सर्वश्रेष्ठ देने को कहा और इस बात का विश्वास दिलाया कि हर जरूरी संसाधन उन्हें सरकार उपलब्ध कराएगी.
पहले से मौजूद दवाओं में नए सुधार के साथ नया मिश्रण तैयार कर दवा का निर्माण करना. इसके लिए 4 दवाओं के मिश्रण से परीक्षण की प्रक्रिया जारी है. नए अनुसंधान की मदद से दवा की खोज करना. प्लांट के एक्सट्रेक्ट से एन्टी वायरल प्रोपर्टी तैयार करने की कोशिश भी की जा रही है.
बताते चलें कि, भारत की वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी वैक्सीन बनाने के काफी करीब है. कंपनी ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के साथ वैक्सीन के उत्पादन पर तेजी से काम कर रही है. कोरोना काल में भारत में कई सफल प्रयोग हुए उनमें से एक है कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सस्ती रैपिट किट, इसके अलावा मास्क वेंटिलेटर भी बड़े पैमाने पर तैयार हो रहे हैं.